बात पुराने समय की करें यां फिर आज से 50 यां 30 साल पीछे की घर में अगर बडा परीवार था,तो ऐसे में उन में से एक यां ज्रूादा से ज्यादा दो आदमी हीं Skool पढ़ने जाते थे.बाकी घर के लोग School की दहलीज पर पैर रखना भी सहीं नहीं मानते थे.



कहने का सीधा सा अर्थ की बाकी बिना स्कूल जाऐ और पढ़ाई किऐ आपनी पूरी life बतीत कर लेते उन लोगों के स्कूल ना जाने के बहुत से कराण होंगे जैसे की पैसें की तंगी। यां फिर पढ़ाई करने का मन ना होना आदि

लेकिन,जो असल बजा थी वो तो वो लोग हीं जानते होंगे,यह लोग ज्रूादातर Gaon mein रहते थे हां शहरों में भी ऐसे लोग पाऐ जाते होगे.



फिर वक्त बदला धीरे — धीरे लोगों ने स्कूल जाना Start किया और लोगों पढ़े - लिखें कहलाने लगे,अगर आंगन में पहले दो इंसान पाठशाल जाते थे तो अब वो दो की जगा चार जाने लगे Time बदलता गया और आज तस्वीर आपके समाने है.
  

आज कुछ तस्वीर ऐसे देखने को मिलती आ की आप जिस घर की तरफ नज़र करें वो चाहे Gaon | शहर हो। छोटा कस्बा हो आपको घर में अनपढ़ कोई नहीं मिलेगा यांनी की सीधी से बात पासा पुरी तरहां से पलट गया.


स्कूल कॉलज से हर साल ना जाने कितने लोग पढ़कर बाहर निकले आ मन में यह बात लेकर की Hum भी A.C wale कमरें में बैठने के लिए काबिल हो गए.


अगर नहीं समझे तो समझते आ कहने का मतलब था की Sarkari nukari के काबिल हो गए, लेकिन मान कर चले की अगर 100 लोग एक साल कें अंदर कॉलेज से​ निकल कर नौकरी के लिए आवदेन पत्र दाखिल करें.

तो इन में से 20 ही ऐसे होगें जिनके सिर पर भगवान का हाथ होंगा कह लो की 20 ही वो किस्मत वाले इंसान जिनको Government jobs की कुर्सी मिलेगी और बाकी 60 का कोई आता - पता नहीं.


इन 60 लोगों में से अगर आप एक हो 

1.किसी ने नौकरी नी दी.
2.आप को Job करने के लिए मौका नहीं मिला.
3.नौकरी के लिए आवेदन पत्र दाखिल करने के लिए पैसे नहीं मिले.
4.जॉब की इंटरव्यू देने के लिए लेट हो गए.

यां फिर कोई और कारण जिसके बारे में हमको नी पता होगा तो यह Article कवेल और कवेल आपके लिए ह बने रहिऐ हमारे साथ.


अगर आप ज्यादा पढ़े लिखे है,आपको कहीं पर कोई भी छोटी- मोटी जॉब नही मिल पाऐ तो यहां पर हम आपको एक ऐसा घर बैठे बिना पैसे का बिजनेस बताने जा रहे हैं.



जिसको आप बिना पैसे से चालू कर सकते हो यांनी की कम पूंजी में ज्यादा फायदा वाला बिजनेस चालू कर सकते हो और आपको इसको Start करने के लिए किसी भाई से पैसे लेने की कोई जरूरत नही.

तो जानने के लिए बने रहिऐ,इस लेख के साथ और साथ मे चाय यां कोई मन पसंद खाने वाली जीज को लेकर बैठना कोई समझाने और बताने का तरीका कुछ अलग सा हैं.


Tuition Centre kaise khole | ट्यूशन सेंटर कैसे खोले | How to start tuition classes at home


Tuition centre kaise khole | computer coaching centre kaise khole | कोचिंग सेंटर खोलने की प्रक्रिया
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1. काम का नाम  

घर पर ट्यूशन सेंटर खोलना.



2.पढाई कितनी होनी चहिऐ ?

ट्यूशन सेंटर खोलने में सबसे पहिली बात जो की सबसे ज्यादा जरूरी है वो यह की आप कितने पढ़े लिखे हो ?यहां तक आपने पढ़ाई की है वहां तक हीं आप बच्चों को ट्यूशन दे सकते हो.

क्यां कहना चाहते है अगर आपको समझ में नहीं आया तो यहां पर एक मोटी सी मिसाल देकर आपको समझाते है,मान लीजिऐ आपने बीऐ की पढ़ाई की है तो आप बीऐ तक हीं बच्चों को पढ़ा सकते हो.






3.लाईसेस की जरूरती होगी |Licence

आप कोई स्कूल थोडी चला रहो हो,की आपको Licence चहिऐ हां,अगर आपके पास कल को ज्यादा बच्चें हो जाते हैं तो आप अपनी Coaching center को School  में तबदील कर सकते हो.

लेकिन,घर पर इस तरहां का Coaching center खोलने के लिए आपको किसी किस्म की भी लाईसस की आवशक्यता नहीं है बिना किसी टेंशन से आप Home tuition पढ़ा सकते हो.





4.योजना बनाना | Planing

कोई भी काम चालू करने के लिए उसकी एक Planning बनानी पड़ती है,अगर बिना ख़ाका बनाऐ कोई कार्य आरंभ करते हो,तो वह सही नहीं रहेगा.बात चल रही है कि ट्यूशन सेंटर कैसे खोले ?

इसमें सबसे पहले तो कोई बड़ी बात नहीं,आप Gaon mein अपने शहर में ट्यूशन सेंटर चला सकते हो लेकिन,कुछ बातें हैं,मोटी-मोटी जो एक Coaching centre को खोलने से पहले माइंड में रखनी पडेगी,ताकि बाद में किसी किस्म की कोई परेशानी ना आए.


1.आपके पास एक बड़ा-छोटा साफ सुथरा कमरा होना चाहिए,जिसमें कम से कम अगर ज्यादा नहीं तो 10-15 बच्चें अराम से बैठ सके,दूसरी तरफ बात करें Room हवादार होना चाहिए.

ताकि जो बच्चे वहां पर ट्यूशन ले रहे हो,या फिर आप जिस कमरे में Coaching दे रहे हो,उस कमरे में  हमेशा तरोताजा महसूस करो घुटन महसूस ना करो.





A.किन — किन चीजों की जरूरत रहेगी एक Tuition centre खोलने के लिए



कोचिंग सेंटर खोलने के लिए किन — किन चीजों की आवशक्यता रहेगी उसके बारे में नीचे बडे विस्तार रूप से बताया गया है.

1.कमरे में अच्छी-अच्छी फोटो रखे तां की सामने वाले को देखने में कमरा अच्छा लगे. 
2.बच्चों को बैठने के लिए आपके पास टाट का होना जरूरी है. 
3.Internet होना चहिऐ.
4.पानी का प्रबंध होना चाहिए.
5.बाथरूम.
6.कमरे के आस - पास एक फूलों का बगीचा बना सकते हो तो बेहतर होगा.
7.फोन की व्यवस्था होना चहिऐ.
8.एक आपके पास Computer होना चहिए.
9.सिर दर्द की दवाई. 
10.बुखार की दवाई.
11.खांसी की दवाई.

तां की जो भी बच्चा बीमार हो उसको उसी समय दवाई दे सकें.

12.बिजली का पांरभ होना चहिए.
13.छत वाला पंखा.
14.टेबल फैन.
15.एक बलैक बोर्ड.
16.काच बलैक बोर्ड पर लिखने के लिए.
17.डास्टर.
18.छोटा सा मंदिर.
19.धूप.
20.डायरी.
 
तो यह कुछ जरूरी वस्ता है,जो की एक कोचिंग सेंटर खोलने की प्रक्रिया को पूरी करती है.

 




5.कोचिंग सेंटर खोलने की आयू कितनी होनी चहिऐ

Tuition center का काम शरू करने के लिए जब तक ठीक हो यांनी जब तक नज़र ठीक - ठाक रहेंगी, तब तक बच्चों को ट्यूशन की पढ़ाई करवा सकते हो. 


कुल मिलाकर कहने की बात रहेगी की ट्यूशन का बिज़नेस चालू करने के लिए Age  से कोई लेना-देन नहीं है आप 50 साल की उर्म तक इस काम को कभी भी चालू कर सकते हो. 






6.ट्यूटरिंग सैंटर खोलने की सहीं जगा

इसमें आपको एक खास बात का ध्यान रखना पडेगा वो यह की यहां पर आप बच्चों को ट्यूशन की पढ़ाई करवा रहे हो,वो जगा छोरछराबे से मुक्त होनी चहिऐ.

तां की बच्चों का मन पढ़ाई में लगा रहे.इसके लिए आपको कही बाहर जाने की जरूरत नही घर में खाली Room पडा है,तो घर में ही ट्यूशन स्कूल  खोल सकते हो.




7.बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने का टाइम टेबल कैसे बनाएं


आपको टूशयन का टाईम टेबल बनाना पडेगा,बच्चों के पढ़ाने का समय तय करना कोई कठिन कार्य नीं होगा,लेकिन फिर भी टूशन पढ़ाने का टाईम टेबल बनाकर दे रहे है,उदहारण के तैर पर इसको ध्यान से समझें और इसको खुद का टाईम टेबल सेैंट करें.  

A.सवेरे का समय 

1.सबुह 6 बजे से लेकर 7 बजे तक — 8 वीं कलास.
2.7 बजे से लेकर 8 बजे तक — 10 वीं कलास.

B.शांम का समय

3.4 बजे से लकर 5 बजे तक — 12 वीं कलास.
4.5 बजे से लेकर 6 बजे तक छोटी कलास के सभी बच्चों.

तो ऐसे बनाऐ टाईम टेबल बाकी बच्चें के हिसाब से समय को कम ज्यादा कर सकते हो.






8.ट्यूशन फीस कितनी होनी चाहिए ?

ट्यूशन की फीस हर कलास के हिसाब से अलग रखें,थोडा बहुत 100/200 का फर्क रख सकते हो,बाकी नीचे मिसाल देकर आपको समझाया गया है.

1.10th कलास के एक बच्चे की फीस ..........500 रू पर महिना.
2.12th कलास के लिए.......... 700 रू पर महिना.
3.8th कलास ........... 450 रू.

बाकी ट्यूशन सैंटर जो फीस ले रहे है उस हिसाब से फीस को तय करें.





8.कोचिंग का प्रचार कैसे करें ?

टूशन स्कूल के नाम पर विझापन को प्रिंट करवा लीजिऐ और गलीयों बजरों आदि में लगवा दीजिऐ आपके ऐसा करने से बच्चों को कोचिंग सेंटर बारे में पता चलेगा. 

और धीरे — धीरे बच्चों की संख्यां बढ़ती जाऐगी साथ में कमाई भी ज्यादा होती जाऐगी.इसके लिए आप Online और आफलाईन दोनों तरीकों से कोचिंग सेंटर का प्रचार कर सकते हो.




09.कमाई

इस में कमाई की कोई सीमा नही और आप घर में बैठकर हजारें की कमाई कर सकते हो,यहां नीचे आपको मोटी सी मिसाल देकर समझाते है की एक महिने के अंदर — अंदर घर पर रहकर लोग कुछ इतना रपए कमा लेते है.
 
उदहराण के तैर पर

1.एक दिन की कमाई .....2000
2.एक महिने की कमाई.... 30 x 2000 = 60,000

यांनी की एक महिने की कमाई 60,000 के करीब हो गई.






10.शब्द आमदनी कितनी होगी?

यहां पर बात करें,असल बचत की तो इसमें कोई ज्यादा खर्च नहीं होगा,अगर बात करें खर्च की तो उसमें बिजली का बिल सबसे अहिम होता है.

बाकी कोई दुसरा इतना बडा खर्च नहीं होगा,तो उदहारण के तैर पर अगर 10,000 खर्च निकले 60,000 हज़ार से तो पीछे पचांस हज़ार शुब्द आमदनी हो गई.





अंंत में

तो यह ट्यूशन सेंटर खोलने की पूरी प्रकिया है,जिसको पढ़ कर आपको मालूम हो जाऐगा की ट्यूशन सेंटर केैसे खोलते है.

इसके बिना अगर आपको पास फिलहाल कोई काम नहीं यां फिर अधिक पढ़े - लिखे हो आपको सरकारी यां फिर पाईवेट नौकरी नही मिली, तो यह गांव में बिजनेस करने का तरीका अच्छा है. 

आप बच्चों को ट्यूशन पढ़ाओ घर बैठे और साथ हीं पैसा कमाओ घर बैठे क्यांकि यह Part time में Paise kamane ka sabse aasan tarika माना जाता है.