अगर आप के पास कोई काम नही तो आपके लिए बिजनस आइडियां [ Biznes ideas | Laghu udyog Gharelu udyog ] लेकर आये हैं,जिनको शुरू करके आप महिने का कम से कम 30,000/३०,०००  हजार से 40,000/४०,००० हजार तक अराम से कमा सकते हो.

दूसरी और यह दुनियां का सबसे अच्छा बिजनेस है,आप इसको कम पैसें में शुरू कर सकते हो कहने का मतलब की कम पैसें में ज्यादा कमाई वाला बिजनेस है

एक बात और की आपको इस कार्य को चालु करके के लिए किसी बैंक [ Bank Loan ]  से लोन लेने की जरूरत नही है. 

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आइिऐ,आगे हम इस  कम पैसें में ज्यादा कमाई वाला बिजनेस / kam paise me jyada kamai wale business के बारे में विस्तार रूप से बात करें.


1.हम इसको कैसे शुरू कर सकते है ?
2.इस पर कितना पैसा खर्च होगा ?
3.हमको कितनी कमाई होगी ?
4.कितनी वचत होगी ?
यह सब के बारे में हम आगे विस्तार रूप से जानते है.


बिजनस नाम :- हमारे इस काम का नाम कुर्सीयों को बेचना यां फिर कह लो की कुरसी को सेल करना.


इस बिज़नेस की खास बात

सब जगा पर कुर्सीयों की जरूरत पडती है जैसे की :-

1.घर। 2.दफतर। 3.स्कूल। 4.कॉलेज। 5.बस स्टेशन। 6.दूकानों पर। 7.मंदिरों पर। 8.गुरूदुबारे पर। 9.बैंकों में।
10.नेता की रैली में। यह एक सदाबाहर कार्य होगा जो की उर्म भर तक चलता रहेगा :-

1.गर्मी हो।
2.सर्दी हो।
3.बारिश का मौसम हो।

किसी भी तरहां के मौहेल में कुर्सीया का बिज़नेस नही रूकने वाला दूसरी और यह कम लागत में चालू किया जा सकेगा,पहिले आप जीरों से स्टार्ट करें बाद में इसको एक कंपनी या फिर बडे सोरूम मे बदल डाले.




कुर्सियों के प्रकार

मारकीट | बज़ार | दुकान | ​हटटी | पर आपको तरहां - तरहां की और उनकों रंग की सुन्दर - सुन्दर कुर्सीयां देखने को मिलती होगी। हर एक का अलग - 2 मुल्य तैय किया होगा ।

आप यह बिज़नेस चालू करने जा रहे हो, तो आपको इन के बारे में पूरा ज्ञान /Gyaan / jankari / information होनी लाजमी हे। क्योंकि कई बार गा्हक /Graahak  हम से अच्छी डिजाइन वाली कुर्सी की मांग करता है।

यहां पर अगर उस का नाम आपको नहीं पता, तो आपके लिए यह शर्म वाली बात होगी, अगर सभी का नाम याद होगा तो गा्हक को जल्दी से उन सबके नाम बता डालेगें। यही बात गा्हक को अच्छी लगेगी और वो अपका पक्का गा्हक बन जाऐगा.


A.यहां नीचे सुची थी है जो घरों में उपयोग की जानी वाली जैसें की :—

1.लडकी की कुर्सी। | 2.लड़की सोफा डिाइजन वाली कुर्सी। 3.अराम। कलाई वाली कुर्सीं। 4.लड़की सोफा सेट डिाइजन। 5.साधारण लड़की सोफा डिाइजन। 6.केंटिलीवर chairs । 7.बेंच चेयर्स । 8.विंग चेयर्स । 9.डेक chairs । 10.डेस्क chairs  । 11.बार्बर चेयर्स । 12.ऑपरेटर चेयर्स । 13.गार्डन कुर्सी । 14.फिल्म डायरेक्टर चेयर । 15.स्टूडेंट्स चेयर । 16.डाइनिंग रूम चेयर्स ।

B.लकड़ी की कुर्सियों का नाम तथां सूची :-

1.मिशन स्टाइल्स | 2.विंडसर | 3.लददेरबाक | 4.किचन चेयर्स | 5.मॉडर्न वुड चेयर्स  6.रस्टिक वुड चेयर्स
7.वुडेन आउटडोर chairs | 8.वुड कुर्सी


C.कार्यालय दफतर।बैंकों।पोस्ट।ओफिस। सिनेमां घरों में। उपयोग की जानी वाली कुर्सी की सुची तथा नाम

1.बडे आदमीयों के लिए लंबे कद की कुरसी। 2.कंप्यूटर कुरसी।  3.कांफ्रेंस मीटिंग chair | 4.एग्जीक्यूटिव chair । 5.कनईल chair । 6.पेटीट chair   । 7.लोवेसेट्स चेयर्स  । 8.स्वागत क्षेत्र अध्यक्षों chair  । 9.रेसपेक्शन चेयर्स । 10.आर्म chair । 11.आर्मलेस chair । 12.फोल्डिंग chair । 13.स्टैकिंग चेयर । 14.ड्राफ्टिंग चेयर और स्टूल्स। 15.बीम सीटिंग chair । 16.गेस्ट chair। 17.बेंचेस chair


D.कमरे में रखने वाली  कुर्सियों की लिस्ट   :-

1.क्लब कुरसी। 2.स्लिपर कुरसी। 3.क्सासिओनल कुरसी 4.विंगबाक कुरसी 5.बेर्गेरे कुरसी। 6.रोक्किंग कुरसी। 7.चाइसे कुरसी। 8.टब कुरसी। 9.रौन्दबौत। 10.चेयर और हाफ


F.प्राचीन कुर्सियों के प्रकार और लिस्ट:-

1.कार्नर क्रुसी  2.करुले। 3.गोंडोला चेयर्स  .क्लीस्मोस। 5.सवोनरोला 6.फैंसी    7.हिट्चकॉक 8.लैडर बैक 
9.रिबन बैक 10.शेकर। 11.योके बैक 12.फोटेउइल चेयर स्टाइल 13.मोरिस 14.स्लिपर स्टाइल 15.हिट्चकॉक 16.थे हैभोय 17.थे होगार्थ 


F.बच्चों के लिए कुर्सी और उनकी किस्में:-

1.बच्चों के लिए प्लासटिक् कुर्सी और मेज । 2.प्लास्टिक बेबी चेयर विथ आर्म्स । 3.नीलकमल किड्स चेयर्स । 
4.वुडेन चेयर्स फॉर किड्स । 5.रोक्किंग चारिस फॉर किड्स।  6.किड्स सोफे चेयर्स । 7.फोल्डिंग चेयर फॉर किड्स।  8.स्माल चेयर फॉर किड्स । 9.किड्स सोफे चेयर्स। 


G.डाइनिंग कुर्सियों और उनकी किस्में:-

1.साइड चेयर। 2.पारसंस chairs3.स्लॉट बैक chairs  4.क्वीन ऐनी chairs। उमीद होगी आपको इनके नाम के बारे में अच्छी तरहां से पता चल गय होगा अब आगे चलते है



3.पैसा कितना चहिऐ 

अगर आप सच में इस काम / Work को चालू Start करना चहाते हो,तो इस काम के लिए कम से कम 10,000 हजार से लेकर 20,000 हजार तक पैसा की जरूरत होगी.क्योंकि साधारण कुरसी का इतने पैसों से लघु उद्योग अराम से पांरभ किया जा सकेंगे। बाकी जो लिस्ट उपर दी है, उनकी कीमत बहुत ज्यादा है। पहले आप काम को शुरू करें बिज़नेस के चलने पर इनको खरीद सकते हो.



4.लाईसेस चहिऐ क्यां 

इस लघु उद्योग/ laghu udyog लिए किसी किस्म के लाईसेस की लोड नीं,आप बिना किसी रोक - टोक से कुर्सीयों कों आस - पास ईलाकों में सेल करें।

लाइसेंस की तब जरूरत होगी, जब आप दुकान यां शोरूम की sthapana स्थापना  करने जा रहे हो. वहां पर शॉप / शोरूम को जिले के दफतर में office mein पंजीकरण करवाना होगा।

1.अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट लिंक: - http://www.labourcis.nic.in


2.website link for more information:- http://www.labourcis.nic.in



4.कितनी लेबर की जरूरत पडेग  

    इस bisnis plan/बिसिनिस प्लान में आप ऐकले की काफी हो,लेबर बाद में रखें जब लगने लगे की मेरा काम चलने लगा ऐ. हां यहां पर एक बात बता दे, कल को माल लेने के दिल्ली Delhi जा रहे हो.

    तो वहां पर एक आदमी /aadmi जी जरूरत पडेगी, यां तो घर के किसी फॅमिली मेंबर family members परिवार के सदस्य/parivaar ke sadasyon  जैसैं की :—

    1.भाई को।
    2.पिता जी अगर स्वास्थ्य की तरफ से ठीक — ठाक हो।
    3.अपने बेटें को।
    4.यां फिर अपनी बेटी को।


    साथ में लीजा सकते हो. अगर ऐसा नी हो पाया, तो गांव से gaon se एक दिन के लिए बंदा पकड लें और उसको ​एक दिन का जो दिहाडी आजकल चल रही है, उसके हिसाब से पैसा दे देना, उसको साथ ले जाये।

    क्योंकि,अपने थेक में माल उठाना होगा 10,000 ten thousand / zehntausend दस हज़ार का, तो इतना माल खरीदने के लिए आपके साथ कोई ना कोई तो जरूर होन चहिए



    5.कहां से माल उठाऐ  

    आप ने पैसा का इंतजाम कर लिया,अब बात की कहा से माल उठाना चाहते है,तो आपकी जानकारी के लिए बता दे,प्लास्टिक कुर्सियों के कारखाना से माल उठाना चहिऐ plastic chairs factory इस के आपको दो फैयदे रहेंगे।

    1.कंपनी से माल स्सता मिलेगा।
    2.कंपनी से माल उठाने से बचत ज्यादा होगा। 
    3.कंपनी से माल बढ़ियां मिलेगा।


    6. Plastic chairs near me 


    वैसें तो,आप इनको आपने पास वाले शहर से भी असानी से खरीद लोगें,पास वाले शहर से माल उठाने पर माल तो आपको मिल जाऐगा, जैसें मर्जी ले लों लेकिन रेट आपको ज्यादा देना पडेगा।

    इसके बिना घटियां क्वॉलिटी का माल मिलेगा,जो धंन्धें को नुकसान पहुचा सकता है। लेकिन यहां पर वो बात नहीं बनेगी जो बात दिल्ली से माल उठाने की बनाऐगी। दिल्ली में इनकी एक अलग ही मारकीट है।

    एक जगा पर माल पसंद नहीं आया, तो दूसरी जगां पर चले जाऐ, दूसरी जगा पर पसंद नहीं आया, तो तीसरी जगा पर चले जाऐ, कोई चिंता हीं नहीं। इस लिए बिना सोचे समझे दिल्ली की तरफ निकल जाऐ.




    7.माल लेने के लिए किस पर जाऐ

    इसका निर्णय आपने सोच समझ कर करना होगा,अपने स्टॉक में माल उठना है. एक दो कुरसी नी ,तो यहां पर आप एक काम करें. आप गांव में जिस आदमी के पास छोटा हाथी कहने का अर्थ की जिसके पास छोटा टैपू है।

    1.उसके साथ बात करें की भाईयां, हमने माल लेकर आना है आप कितना बाडा लोगें अर्थ यानी किराया कितना लोगें। 

    2.इसके बिना आप जहां से माल उठाने जा रहे हो वहां किसी से बात करें, लेकिन वहां पर अगर उस समय आपको कोई ना मिला तो मुशिकल हो जाऐगी। 

    3.गांव के आदमी से जान पहिचान होने की बजा से आप किराऐ को कम भी करवा सकते हो।

    यहां पर आपको एक मशवरा देगें की गांव के बंदे। यां पास वाले गांव village near me के आदमी से इसके बारे में बात करें तो ज्यादा अच्छा रहेगा.




    8.कहां पर कुर्सीयों को बेचे 

    एक पल के लिए.....चारों तरफ नज़र घुमा कर देखों ढूढ़ने तक कोई घर ऐसा नहीं मिलेगा .....यहां पर इनका उपयोग ना किया जा रहा हो। हर जगा इनका उपयोग होता ऐ....

    1.चाहे कोई बुरा आदमी हो। ​​
    2.​गरिब हो।
    3.पैसें वाला हो।


    इस लिए आप इनकों कहीं पर भी सेल कर सकेंगे .....लेकिन जरा यहां पर भी सोचने वाली बात रहेगी की हमारा माल कहां पर सबसे ज्यादा सेल हो सकता है।.... क्योंकि यू माल उठाकर निकल जाने का कोई तरक नहीं बनता।

    बात सेल की है .....अगर सेल हीं नीं होगी तो कमाई कहां से होगी, नीचे दी गई जानकारी के अनुसार सबसे ज्यादा बिक्री होगी।


    1.घरों के आसपास। Gharo ke aas pass
    2.गली महल्लों में। gali maholo mein 
    3.दुकानों पर। dukano hatti par 
    4.स्कूलों में जाकर बेच सकते हो| skool 
    5.कॉलेज में। College
    6.बैंक। Bank
    7.डाकघर। Post office
    8.रेलवे स्टेशन। Train station | railway station 
    9.बस स्टेशन। bus stand/station/adda


    9.दर  


    आप को पहिले रेट कम रखना होगा, लोग आपके साथ ज्यादा से ज्यादा जुड सकें.....एक मोटी सी मिसाल में रेट समझते ऐ.....की कैसे तय करना चहिऐ.


    उदहराण के तैर पर
    1.एक कुर्सी कंपनी से खरीदी 100 रू में.
    2.आगे इसको 200 में जां फिर 250 रू में असानी के साथ बेच सकते हो।

    तो कुछ, ऐसे सेल रेट निकाले ना ज्यादा ना कम वो सेल रेट जिसको गा्हक/कस्टमर्स हॅसते - 2 खरीद ले और हां इतना भी कम ना रखें...की आपको मुनाफा की जगा हानी होने लगे।



    10.एक दिन की कमाई 

    एक दिन की कमाई ज्यादा होगी......जा कम यह आपकी सेल पर निर्भर करेगी,अगर पहिले दिन की कमाई कम होगी..... तो यह ना समझे की हमारा काम नहीं चलेगा। थोडा सबर रखें...... जैसे - जैसे आपका गा्हकों के साथ मेलजेल बढ़ता और आपके कार्य के बारे में पता चलता जाऐगा .....उस हिसाब से कमाई में तेजी आती जाऐगी। 
    हम इसको इस तरहां से समझगे 


    मान लीजिऐ:- 

    1.एक दिन में 3 कुर्सीयों को बेचा.
    2.रेट :- 250 रू.
    तो  एक दिन मे 300 /३०० रू कमा लिए और इसी तरहां अगर आप एक दिन में 5 कुर्सीयों को सेल करें, तो दिन में 15,00/१५० हजार कमा लिया।



    11.एक महिने की कमाई  

    एक दिन में अगर 1500 रू कमाया, तो एक महिने की कमाई 45000 हजार बनती है.आप एक महिने का कम से कम 20,000 हजार से 24,000 हजार कमा सकते हो।

    यहां पर, एक बात गैर करने वाली है की आप अगर छूटी करते हो जैसे रविवार की छूटी। सनीवार की छूटी। तो छूटी में कमाई वाले दिनों में से घटा दे।




    12.टैक्स देना होगा क्या 

    आमदनी इनकम टैक्स की सीमा को पार करेंगी,तो आपको टैक्स देना पडेगा.अगर टैक्स की सीमा में नही आते, तो टैक्स देने की कोई जरूरत नी.



    13.बहीं खाता  

    आपको बहीं खाते की जरूरत पडेगी, साधारण शब्दों में कहें की आपको एक कॉपी लगानी होगी जिस पर रोज की सेल का वेरवा देना होगा, दूसरी तरफ आज के दिन कितने किलों छोले बेच दिए उसका हिसाब। तीसरे नंबर पर एक दिन का खर्च कितना हुआ | इस तरहॉ से आपको एक दिन का पूरा लेखा जेखा लिखना पडेगा.

    ऐसे करने से आपको यह पता लगाने में असानी होगी, की मेरा एक दिन का कितना खर्च हो गया,सेल कितनी हुई और बचत कितनी हुई आदि।



    14.बही खाते वाली किताब कितने रुपए के मिलेगी 

    हमारी राय रहेगी की गांव या शहर की दूकान से 20 रू या 50 रू वाला एक साधारण सा रजिस्टर कॉपी खरीद लें,आपको ज्यादा पैसें लाने की कोई जरूरत नही, वैसे जो असल बहीं खाते वाली किताब आती है, उसका मारकीट रेट कोई 200 रू से लेकर 600 रू तक होगा

    छोटा biznes को शुरू करने से पहले इन डाक्यूमेंट्स का होना लाजमी होगा वैसे तो आजकल हर किसी के पास हैं लेकिन फिर भी हमारा  कर्तव्य  है की एक अच्छे bisnis men पास काग़ज़  होने चाहिऐ.  

    1.पैनकार्ड 
    2.बैंक खाता 
    3.एटीएम कार्ड   
    4.करंट अकाउंट 
    5.नेटबैंकिग 
    6.अधार कार्ड 

    अंंत में।

    तो कुछ इस तरहां से आप kam punji me chote kaam ki suruwat कर सकते है। यह एक ऐसा काम है की जब तक दुनिया है तब तक यह काम चलेगे dusri aur [ on the other hand ] इसको Suru करने के लिए किसी bank se loan lene ki jarurat नही.